Pagal Ankhon Wali Larki || Episode 3 || Sad Love Story

Pagal Ankhon Wali Larki || Episode 2 || Sad Love Story

Pagal Ankhon Wali Larki

Pagal Ankhon Wali Larki || Episode 3 || Sad Love Story

پاگل آنکھوں والی لڑکی

از اشنال سید
Epi#3 

آج فری پیریڈ میں وہ کلاس سے باہر گراؤنڈ میں اکیلی بیٹھی مسکرا رہی تھی۔فروا اس کے سامنے آ کر بیٹھی اور گنگنانے لگی۔
"تم اتنا جو مسکرا رہے ہو
کیا غم ہے جس کو چھپا رہے ہو؟"

"فروا یار ! کاجل ساٹھ روپے کا ہوگیا۔"وہ دونوں ہونٹوں کو سیڈایموجی کی طرح لٹکا کر بولی۔
فروا نے ہاتھ میں پکڑے نوٹس ایشے کے سر پر مارےاور وہ ہنس دی۔
"توبہ ہے ایشے میں سمجھی اشنال عبداللہ کو شاید کسی نے لو لیٹر دے دیا ہے جسے پڑھ کر وہ خود ہی خود مسکرا رہی ہیں"
تمہاری سوئی ہمیشہ مجھے لو کروانے پر ہی کیوں اٹکی رہتی ہے؟"
یہاں بیھٹے وہ کب سے آنکھوں میں گھستی بدتمیز مکھی کی گندی کسسز کو ڈوج کرنے کے شغل میں تھی،اس کی ہئیر ٹیل کبھی ادھر کبھی ادھر جھولتی....
"میں دراصل چاہتی ہوں تمہیں کسی سے عشق ہو جائے، ہائے!سچی کتنا مزا آئےگا،تم جو مجھ پر ہنس رہی ہوتی ہو پھر میں ہنسو گی، یا اللہ جی ایشے کو عشق ہوجائے۔"
فروا نے دعا کی صورت ہاتھ اٹھائے اور آنکھیں میچ کر دل سے بولی۔
"تم شاید بھول رہی ہو کہ مجھے تین،چار لوگوں سے عشق ہو چکا ہے"
اشنال نے آخر بد تمیز مکھی کو نوٹس کی کک لگائی،یا تو مکھی بیچاری مر گئی ہوگی یا شاہد وہ لنگڑی ہوئی پڑی ہوگی کہیں....
پھر وہ انگلیوں پر گن کر بتانے ہی لگی تھی کہ فروا اسکا ہاتھ روک کر اسی کے سٹائل میں خود اپنی انگلیوں پر گننے لگی۔
"ایک میرے بابا جانی،دوسرے میرے لالا جانی،تیسرے میرے سمندر جانی،اود چوتھے میرے کاجل جانی۔
فروا نے منہ پھلا کر کہا،کاجل جانی،وہ ہنسنے لگی۔
"کتنا جاننے لگی ہونا تم مجھے فری۔"
وہ ہنستی اس کی آنکھوں کے جگنو بھیگ جاتے،دیکھنے والوں کو ایسے لگتا جیسے پانی میں موم بتیاں تیر رہی ہوں...
"پتا ہے اشنال کبھی کبھی مجھے خیرت ہوتی ہے کہ تم کالج تک بغیر کسی افیر کے کیسے پہنچ آئی، ویسے تو تم کسی عاشق مزاج جن کی طرح میرے ساتھ چپکی ہوئی ہوبچپن سے مگر کہیں تم مجھے ڈوج تو نہیں کر گئی؟" فروا نے انتہائی مشکوک نظروں سے اسےگھورا۔
"مجھے محبت ہے..."اشنال نے لفظ"ہے" پر زور دیا۔
محبت کے نام پر آنکھوں کے سارے جگنو رقص کی لے پر اتر آئے تھے....
"علیزے کے دلاور شاہ سے، حیا کے جہان سے،امامہ کے سالار سے، حورین کے ہادسے،اور اور....
"اور بس اشنال بی بی بس،ناول کی دنیا سے باہر نکل آئیں اور حقیقت کی زمین پر قدم رکھیں، آپ کا جہان یہیں ناظم آباد میں ہی کہیں ہوگا۔
ایشے کہیں وہ جہان تو نہیں جو ہر تیسرے دن بعد بس اسٹاپ پر ملتا ہے۔"باجی،کتھے چلےاو" "نے ہو بہو اس ہجڑے کی نقل اتارتی۔ پہلے تو وہ خوب ہنسی پھر رازدارانہ انداز میں گویا ہوئی۔
"مگر یار ایک مسئلہ ہےوہ تو مجھے تم میں انٹر سٹڈ لگتا ہے"
فروا کی آنکھوں میں کالے جن اتر آئے،بس ماتھے پر دو عدد سینگوں اور منہ سے نکلتے دو عدد لمبے دانت آنا باقی تھے،جوکہ ایشے کی اگلی بات پر وہ بھی نکل آئے تھے۔
"دیکھو نا، میں نے جہان کی اسٹوری پڑی ہوئی ہے اسلئے میں اسے اچھے سے مسکرا کر ڈیل کرتی ہوں،کہ مجھے وہ ڈولی یاد آ جاتا ہے۔تم نے نہیں پڑھی ہوئی نا تو تم اسے کھا جانے والی نظروں سے گھورتی ہو۔اور تمہاری حرکات بلکل میری پیاری حیاء سکندر جیسی ہیں،تو پابت ہوا کہ یہ والا جہان تمھارا ہے.....
اس کی آنکھوں کے جگنو ہنستے ہنستے دہرے ہو رہے تھے....
"ایشے کی بچی تمہارا کچھ نہیں ہو سکتا۔"فروا نے اشنال کی گردن دبوچ لی.....
میں بھی یہی سوچ رہی تھی کہ کچھ نہیں ہو سکتا اب تو۔"اپنی گردن مسلتےمایوسی سے بولی۔
"مطلب؟"
"کاجل پچاس سے ساٹھ کا ہو یا سو کا میں تو ہر حال میں خریدوں گی کہ میری آنکھیں کاجل کے بغیر بیمارہو جاتی ہیں۔"
اشنال نے لہجے میں کاجل جانی کے لیے ڈھیروں محبت سمو کر کہا۔
"مرو تم۔" فروا غصے سے واک آؤٹ کر گئی،اشنال بھی ہنستے ہوئے اس کے پیچھے فری فری کرتی بھاگی...

اور زندگی میں سچی اور بھرپور خوشیاں ہمیشہ نہیں رہتیں،جب ہم خوشیوں کی قدر نہیں کرتے ناں تو وہ خوشیاں ہم سے روٹھ جاتی ہیں...

وہ شیشے کے سامنے کھڑی بالوں پر کنگھی کر رہی تھی، پھراس نے چہرے اور ہاتھوں پر موسچرائزر لگایا اور آنکھوں میں ہلکی سی لائن کاجل کی پھیری۔اب وہ مکمل ریڈی تھی،کہ اچانک اسے شیشے میں اپنے عکس کے پیچھے کسی کا مسکراتا چہرا نظر آیا،وہ پلٹے بنا آئینے کو گھورتے ہوئے بولی۔
"کسی کو چھپ چھپ کر دیکھنا بیڈمینرر میں آتا ہے،بابا۔
آپ نیوز کے بہانے لڑکی سے فلرٹ کر رہے ہیں۔"
بابا آنکھوں پر ہاتھ رکھ کر شرارت سے بولے۔
"میں نے تو کچھ نہیں دیکھا۔پھر ہنسنے لگے۔
"مجھے ایک بات سمجھ نہیں آتی پتری،رات کے دس بجے یا تو وہ لوگ تیار ہوتے ہیں جہنوں نے کس فنگشن میں جانا ہو،یا پھر وہ رات کی ڈیوٹی پر جاتے ہیں،مگر میں پہلی بار دیکھ رہا ہوں رات کے دس بجے فل اچھے سے تیار ہو کر کوئی سونے جا رہا ہو۔"
وہ ہنستے ہوئے بابا کا بازو دبوچ کر انکے ساتھ بیٹھی...
"بابا، ید ہے آپ نے بتایا تھا کہ رات کو روحیں آتی ہیں تو بس میں اس لیے زرا تیار شیار ہو کر سوتی ہوں تاکہ ان کو ہمارے گھر پہ آکر اچھا فیل ہو،اور دوبارہ بھی آئیں، اب دیکھیں ناہم گندے سندے سے سوئیں ہو گے بدبووں میں لپٹے تو وہ بولیں گی کتنے گندے لوگ ہیں پھر وہ دوبارہ آئیں گے ہی نہیں۔"
اس نے ناک سکوڑی۔بابا نے اس کی ناک کو چٹکی سے پکڑا۔
"میری ناٹی پتری۔بابا صدقے جائے۔"
سیٹھ عبداللہ نے اس کے ماتھے پر پیار کیا،وہ اشنال عبداللہ تھی،محبت کی بوند کے بدلے دریا بہانے والوں میں سے تھی....
"ایشےصدقے اپنے باباکے۔"
اس نے دونوں ہاتھوں سے بابا کے چہرے کے صدقے اپنے ماتھے پر لئے....
اور پھر دونوں باپ بیٹی کے قہقہے اس چھوٹی سی جنت میں گونجنے لگے۔
مگر وہ شاید بھول گئے تھے،کہ خوشیاں ہمیشہ کب رہی ہے۔
ان خوشیوں کے بعد اس کی زندگی میں ایسے طوفان آنے والے ہیں،جواس کی زندگی کو ویران کر جائے گے،اس کی ہنسی کے ساتھ اس کی آنکھوں کے چمکتے جگنو بھی ویران کر جائے گے۔

جاری ہے۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
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पागल आँखों वाली लड़की
 अशाल सैयद से
 एपि # 3

 आज, फ्री पीरियड में, वह क्लास के बाहर जमीन पर अकेली बैठी थी, मुस्कुरा रही थी। फरवा आकर उसके सामने बैठ गई और गुनगुनाती रही।
 “तुम इतना मुस्कुरा रहे हो
 आप किस शोक को छुपा रहे हैं? ”

 "फरवर यार! काजल की कीमत साठ रुपये है।" उसने अपने दोनों होंठों को साइडमोजी की तरह लटका दिया।
 फरवा ने नोटिस को अपने हाथ में पकड़ा और आयशा के सिर पर मारा और वह हंस पड़ी।
 "यह एक अफ़सोस की बात है। शायद किसी ने अशनाल अब्दुल्ला को एक प्रेम पत्र दिया था, जिसे पढ़कर वह मुस्कुरा रही है।"
 आपकी सुई हमेशा मुझसे क्यों चिपकी रहती है? ”
 यहाँ एक लंबे समय के लिए बैठे, वह उसकी आँखों में बदसूरत मधुमक्खी की बदसूरत चुंबन dodging, उसके बाल पूंछ कभी कभी यहाँ और वहाँ झूलते व्यस्त था ....
 "मैं वास्तव में तुम्हें किसी के साथ प्यार में पड़ना चाहता हूं, अफसोस! यह कितना मजेदार होगा, आप जो मुझ पर हंस रहे हैं, फिर मैं हंसूंगा, या अल्लाह ऐशा से प्यार कर सकता हूं।"
 फरवा ने प्रार्थना में हाथ उठाया और आँखें बंद करके बोला।
 "आप शायद भूल रहे हैं कि मुझे तीन या चार लोगों से प्यार हो गया है।"
 अशनाल ने आखिरकार बदसूरत मधुमक्खी को एक नोटिस के साथ लात मारी, या तो गरीब मधुमक्खी मर गई होगी या शाहिद झूठ बोल रहा होगा ...।
 फिर उसने अपनी उंगलियों पर गिनना शुरू किया और बताया कि फरवा ने अपना हाथ रोक लिया और उसी शैली में अपनी उंगलियों पर गिनना शुरू कर दिया।
 “एक हैं मेरे बाबा जानी, दूसरे हैं मेरे लाला जानी, तीसरे हैं मेरे समंदर जानी, और चौथे हैं मेरी काजल जानी।
 फरवा ने मुँह खोला और बोली, काजल जानी, वह हँसने लगी।
 "तुम मुझे जानने के लिए कितने स्वतंत्र हो।"
 हँसी उसकी आँखों को पानी बना देगी, दर्शकों को ऐसा लगेगा जैसे मोमबत्तियाँ पानी में तैर रही हों ...
 "आप जानते हैं, आशनाल, कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि आप बिना किसी चक्कर के कॉलेज कैसे पहुँच गए, क्या आप रोमांटिक मूड में हैं जैसे आप बचपन से मुझसे चिपके रहते थे, लेकिन कहीं आपने मुझे चकमा नहीं दिया?" फरवा ने बहुत ही शक भरी निगाहों से उसे देखा।
 "मुझे प्यार है ..." अशनाल ने "हां" शब्द पर जोर दिया।
 प्यार के नाम पर सभी की निगाहें डांस फ्लोर पर थीं…।
 अलीज़ा के दिलावर शाह से, हीया के जहान से, इमाम के सालार से, ह्यूरन के हादसे से, और ...।
 "और उपन्यासों की दुनिया से बाहर आकर वास्तविकता के धरातल पर कदम रखें, आपकी दुनिया नाज़िमाबाद में होगी।"
 यह वह दुनिया नहीं है जो हर तीसरे दिन बस स्टॉप पर मिलती है। "बाजी, कथे चलेओ" "मैंने इस यमदूत की नकल की। ​​पहले तो वह बहुत हँसा और फिर उसने गुप्त रूप से कहा।
 "लेकिन यार, एक समस्या है। मुझे लगता है कि आप रुचि रखते हैं।"
 फरवा की आँखों में वह काला जिन्न उतर आया, जो बचा था, उसके माथे पर दो सींग थे और उसके मुँह से दो लंबे दाँत निकल रहे थे, जो आयशा की अगली बात पर भी निकले।
 "देखो, मैंने दुनिया की कहानी पढ़ी है, इसलिए मैं इसे एक अच्छी मुस्कान के साथ निपटाता हूं, कि मुझे वह डौली याद है। आपने इसे नहीं पढ़ा है, और न ही आप इसे भयावह आँखों से देखते हैं।" आपकी हरकतें मेरे प्यारे हया सिकंदर जैसी हैं, इसलिए मैंने महसूस किया कि यह दुनिया आपकी है ....।
 उसकी आँखों में पलक झपकते हँसी के साथ दोगुना हो रहा था ...।
 “कुछ नहीं हो सकता तुम्हें, ऐशा की बेटी।” फरवा ने अशनाल का गला घोंट दिया .....
 मैं भी सोच रहा था कि अब कुछ नहीं हो सकता। ’’ उसने भौचक्के से कहा।
 "माध्यम?"
 "मैं काजल पचास से साठ या सौ में खरीदूंगा। किसी भी स्थिति में, मेरी आँखें काजल के बिना बीमार हो जाती हैं।"
 काजल जानी के प्यार से भरे लहजे में आशाल ने कहा।
 "मर जाओ।" फरवा गुस्से से बाहर चली गई, अशनाल भी हँसा और उसके पीछे-पीछे भागता रहा ...

 और जीवन में सच्चा और पूर्ण सुख हमेशा के लिए नहीं रहता है, जब हम खुशी को महत्व नहीं देते हैं, तो वह खुशी हमें लूट लेती है ...

 वह आईने के सामने अपने बालों में कंघी कर रही थी, फिर अपने चेहरे और हाथों पर मॉइस्चराइज़र और आँखों में काजल की हल्की लाइन लगाई। अब वह पूरी तरह से तैयार थी, जब अचानक उसने आईने में अपने प्रतिबिंब के पीछे किसी के मुस्कुराते चेहरे को देखा। अया, वह मुड़ी और आईने में घूरने लगी।
 "यह बस तब हमारे ध्यान में आया।
 आप खबरों की आड़ में एक लड़की के साथ छेड़खानी कर रहे हैं। ”
 बाबा ने उसकी आँखों पर हाथ रखा और शरारत से बोला।
 "मैंने कुछ नहीं देखा। फिर वे हँसने लगे।
 "एक बात मुझे समझ में नहीं आती, पैट्री, रात के दस बजे या तो किसी समारोह में जाने वाले लोग तैयार हो जाते हैं, या वे रात की ड्यूटी पर चले जाते हैं, लेकिन मैं पहली बार रात के दस बजे फिल देख रहा हूं। कोई अच्छी तरह से कपड़े पहनकर सोने जा रहा है। ”
 हंसते हुए उसने बाबा की बांह पकड़ ली और उसके पास बैठ गई ...
 "बाबा, मुझे याद है कि आपने कहा था कि आत्माएं रात में आती हैं, इसलिए मैं बस थोड़ा तैयार होकर सोता हूं ताकि वे हमारे घर आ सकें और अच्छी तरह से असफल हो सकें, और फिर से आ सकें। अब हम एक गंदे बिस्तर पर सो जाएं।" यदि वे बदबू में लिपटे हुए हैं, तो वे कहेंगे कि लोग कितने गंदे हैं, फिर वे कभी नहीं आएंगे। ”
 उसने सूँघा। बाबा ने उसकी नाक सूँघ ली।
 "मेरी पोती, बाबा, दान में जाओ।"
 सेठ अब्दुल्ला को उसके माथे पर प्यार आ गया, वह अशनाल अब्दुल्ला था, जो प्यार की बूंद के लिए नदी बहाते थे ...।
 "अपने पिता के लिए राख।"
 उसने दोनों हाथों से बाबा के चेहरे का माथा अपने माथे पर लिया ...।
 और फिर इस छोटे से स्वर्ग में पिता और बेटी दोनों की हँसी गूंज उठी।
 लेकिन वे भूल गए होंगे कि खुशी कब रहती है।
 इन खुशियों के बाद उनके जीवन में ऐसे तूफान आ रहे हैं, जो उनकी जिंदगी को तबाह कर देंगे, उनकी हंसी के साथ उनकी आंखों की जगमगाहट भी तबाह हो जाएगी।

 जारी............

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Girl with crazy eyes
 From Ashnal Syed
 Epi # 3

 Today, in the free period, she was sitting alone on the ground outside the class, smiling. Farwa came and sat in front of her and started humming.
 "You are smiling so much
 What is the grief you are hiding? "

 "Farwaar man! Kajal is worth sixty rupees." She hung both her lips like a sidamoji.
 Farwa grabbed the notice in her hand and hit Aisha on the head and she laughed.
 "It's a pity. Maybe someone gave Ashnal Abdullah a love letter, which she is smiling at after reading it."
 Why does your needle always stick to me? "
 Sitting here for a long time, she was busy dodging the ugly kisses of the ugly bee in her eyes, her hair tail sometimes swinging here and there ....
 "I really want you to fall in love with someone, alas! How much fun it will be, you who are laughing at me, then I will laugh, or may Allah love Aisha."
 Farwa raised his hands in prayer and spoke with his eyes closed.
 "You're probably forgetting that I've fallen in love with three or four people."
 Ashnal finally kicked the ugly bee with a notice, either the poor bee must have died or Shahid must have been lying lame somewhere ....
 Then she started counting on her fingers and told that Farwa stopped her hand and started counting on her own fingers in the same style.
 "One is my Baba Jani, the other is my Lala Jani, the third is my Samandar Jani, and the fourth is my Kajal Jani.
 Farwa opened her mouth and said, Kajal Jani, she started laughing.
 "How free you are to know me."
 The laughter would make his eyes water, the onlookers would feel as if candles were floating in the water ...
 "You know, Ashnaal, sometimes I wonder how you got to college without an affair, by the way, are you in a romantic mood like you clung to me from childhood, but somewhere you didn't dodge me?" Farwa stared at him with very suspicious eyes.
 "I love ..." Ashnal insisted on the word "yes".
 In the name of love, all eyes were on the dance floor ....
 From Aliza's Dilawar Shah, from Hiya's Jahan, from Imam's Salar, from Hureen's accident, and more ....
 "And just come out of the world of novels and step on the ground of reality, your world will be somewhere in Nazimabad."
 This is not the world that is found at the bus stop every third day. "Baji, kathe chaleo" "I copied this eunuch. At first she laughed a lot and then she said in secret.
 "But man, there's a problem. I think you're interested."
 The black jinn came down in Farwa's eyes, all that was left were two horns on his forehead and two long teeth coming out of his mouth, which also came out on Aisha's next point.
 "Look, I've read the story of the world, so I deal with it with a good smile, that I remember that dolly. You haven't read it, nor do you stare at it with devouring eyes." Your actions are exactly like my dear Haya Sikandar, so I realized that this world is yours .....
 The twinkle in his eye was doubling with laughter ....
 "Nothing can happen to you, Aisha's daughter." Farwa strangled Ashnal .....
 I was also thinking that nothing can happen now. "He said with a frown.
 "Means?"
 "I would buy mascara from fifty to sixty or a hundred. In any case, my eyes get sick without mascara."
 Ashnal said in a tone of love for Kajal Jani.
 "Die you." Farwa angrily walked out, Ashnal also laughed and ran after her freely ...

 And true and full happiness in life does not last forever, when we do not value happiness, then that happiness robs us ...

 She was combing her hair in front of the mirror, then applied moisturizer on her face and hands and a light line of mascara in her eyes. Now she was completely ready, when suddenly she saw someone's smiling face behind her reflection in the mirror Aya, she turned and stared at the mirror.
 "It simply came to our notice then.
 You're flirting with a girl under the guise of news. "
 Baba put his hand over his eyes and spoke mischievously.
 "I didn't see anything. Then they started laughing.
 "One thing I don't understand, Patri, at ten o'clock at night either the people who go to a function get ready, or they go on night duty, but I'm seeing Phil for the first time at ten o'clock at night. Someone is going to sleep well dressed. "
 Laughing, she grabbed Baba's arm and sat down with him ...
 "Baba, I remember you said that spirits come at night, so I just go to bed a little ready so that they can come to our house and fail well, and come again, now let's go to sleep with a dirty bed." If they are wrapped in stench, they will say how dirty people are, then they will never come again. "
 He sniffed. Baba sniffed his nose.
 "My granddaughter-in-law, Baba, go to charity."
 Seth Abdullah fell in love with her on the forehead, she was Ashnal Abdullah, one of those who shed the river for a drop of love ....
 "I love you, my father."
 He took the charity of Baba's face on his forehead with both hands ....
 And then both father and daughter's laughter echoed in this little paradise.
 But they may have forgotten when happiness lasts.
 After these joys, such storms are coming in his life, which will devastate his life, with his laughter, the twinkling of his eyes will also be devastated.

 to be continued............

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